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हैलो दोस्तों मेरा नाम रामप्यारे कुमार है, HinditoHelp वेबसाईट पे आपका स्वागत है। दोस्तों आज के लेख मे हम जानने वाले है पैतृक संपत्ति को बेचने का नियम क्या हैं। किसी भी पैतृक का जमीन को बेचने के लिए वसीयतकर्ता कनूनी उतराधिकारी से मंजूरी लेने के बाद ही पैतृक संपत्ति का जमीन बेचना संभव हो पाता है, पैतृक संपत्ति बेचने के लिए संपत्ति से जुड़ी सभी दस्तावेजों को जाँच करें की पैतृक संपत्ति का स्वामी एक या एक से अधिक है, अगर पैतृक संपत्ति का स्वामी एक से अधिक है, तो पैतृक संपत्ति को बेचने के लिए सभी का मंजूरी लेना पड़ता है।
कोई भी पैतृक संपत्ति बेचने के लिए उसका मूल्यांकन करवाना होता है, बाज़ार मूल्य के साथ-साथ उसका वर्तमान स्तिथि व समान्य संपत्ति के आस-पास का विशलेषण करने की आवश्यकता होती है, और किसी भी पैतृक संपत्ति बेचने के लिए विभाजन का आवश्यकता होता है।
पैतृक संपत्ति को बेचने के लिए पैतृक संपत्ति में हिस्से का अधिकार जन्म के समय ही मिल जाता है, अगर आपके परिवार वसीयत के नियम अनुसार आपको पैतृक संपत्ति का प्रमाण पत्र तहसील कार्यालय से प्राप्त है, तो पैतृक संपत्ति को बेचने का संपूर्ण हक़ आपके पास ही होता है।
पैतृक संपत्ति के लिए लागु आधिनियम
पैतृक संपत्ति के लिए विभिन्न धर्मों का अलग-अलग आधिनियम होता हैं।
ईसाई धर्म के लिए :- भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम
हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध के लिए:- हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, 1956
इस्लाम के लिए :- शरीयत-मुस्लिम पर्सनल लॉ
पैतृक संपत्ति को बेचने का नियम क्या हैं?
हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम 2005 में संशोधन होने से पहले बेटियों को पैतृक संपत्ति मे हिस्सा नहीं दिया जाता था, परिवार के सदस्य में सिर्फ पुरुषों को ही पैतृक संपत्ति का हिस्सा मिलाता था।
लेकिन 2005 के बाद हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम में संशोधन होने के बाद बेटियों को भी हिस्सा देने का प्रावधान चलाया गया, जिसमे परिवार के मुख्य सदस्य के द्वारा सभी भाई बहनों में पैतृक संपत्ति का बराबर-बराबर भागो में बाटा जाता है।
पैतृक संपत्ति को बराबर-बराबर हिस्सों में बटने के बाद तहसील कार्यालय के द्वारा उस हिस्से का स्वामी को प्रमाण पत्र दिया जाता है, जिसमे आपका पूरा-पूरा हक़ होता है, जिसको आप काभी भी बेंच सकते है और अपने निजी कार्य मे भी उपयोग कर सकते है।
पहले चार पीढ़ियों में पैदा हुए बेटे और बेटियों दोनों का पैतृक संपत्ति पे समान अधिकार होता है, इसीलिए सामूहिक परिवार में अपने संपत्ति को बेचा नहीं जाता है।
इस लिए पैतृक संपत्ति बराबर-बराबर बटने के बाद ही पैतृक संपत्ति को बेचा जा सकता है।
यदि पैतृक संपत्ति पिता का नाम पे है, तो आप अपने हिस्से का आधिकारित संपत्ति को क़ानूनी नियम के तहत ही बेंच सकते है।
दोस्तों कोई भी पैतृक संपत्ति बेचीं जा सकती है, लेकिन उसके पास संपत्ति बेचने का सम्पूर्ण आधिकार होना चाहिए, जिसका उपयोग करके बेचना, बांटना, संभालना या तो उसका उपयोग किसी भी कार्य मे करने के लिए कर सकता है।
नोट:- यदि पैतृक संपत्ति अभी अविभाजित है, अर्थात संपत्ति का विभाजन अभी नही हुआ है, तो पिता बाकी उत्तराधिकारियों के सहमति के बिना पैतृक संपत्ति को नहीं बेच सकते है। ध्यान दे यदि किसी का दो बेटे हैं और उसे पिता से पैतृक संपत्ति विरासत में मिल हो तो संपत्ति बेचने के लिए परिवार के सभी सदस्यों का सहमती होना अनिवार्य होता है।
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FAQs
पैतृक संपत्ति को बिना विभाजन बेंचा जा सकता है?
पैतृक संपत्ति को बिना विभाजन किये सामूहिक परिवार में नहीं बेचा जा सकता है, क्यूँकि पैतृक संपत्ति पर पूरा परिवार का हक़ होता है।
पैतृक संपत्ति को बेचा जा सकता है?
हाँ पैतृक संपत्ति को बेंचा जा सकता है, लेकिन पैतृक संपत्ति का सम्पूर्ण रूप से स्वामी होना चाहिए तभी आप पैतृक संपत्ति को बेंचा सकते है।
बेटी के सहमती के बिना पैतृक संपत्ति को पिता बेंच सकता है?
अगर पैतृक संपत्ति अविभाजित है तो पिता अपनी पैतृक संपत्ति को बाकी उत्तराधिकारियों के सहमति के बिना नहीं बेच सकता है।
पैतृक संपत्ति को कौन बेच सकता है?
पैतृक संपत्ति को पूर्वजों के उतराधिकारी के सहमत्ति से ही बेच जा सकता है।
दाखिल ख़ारिज के बिना पैतृक संपत्ति को बेच जा सकत है?
दाखिल ख़ारिज के बिना संपत्ति नहीं बेंची जा सकती है।
पैतृक संपत्ति को बेचने का क्या नियम हैं?
यही पैतृक संपत्ति अभी अविभाजित है, तो पिता बाकी उत्तराधिकारियों के सहमति के बिना अपनी पैतृक संपत्ति नहीं बेच सकता है। यदि किसी के दो बेटे हैं और उसे अपने पिता से पैतृक संपत्ति विरासत में मिली है, तो पोते को भी संपत्ति में हिस्सा मिलत है, पिता बेटों की सहमति के बिना नहीं बेच सकता है।
पुश्तैनी जमीन को कैसे बेचे?
पुश्तैनी जमीन को रजिस्ट्री करवने से पहले आपको अपना पारिवारिक बंटवारा बहुत ही जरूरी है, तभी आप उस जमीन बेच पायेंगे, जब वो उनके नाम पे जमाबंदी होगा, पुश्तैनी जमीन को बेचने से पहले आपको अपने पारिवारिक बंटवारा करना होगा, और आपको जमीन का दाखिल-खारिज भी करवाना पड़ेगा। इसके बाद ही आप अपने पुश्तैनी जमीन को बेच सकते है।
Conclusion
दोस्तों आज के लेख मे हमने जाना की पैतृक संपत्ति बेचने का नियम क्या हैं। दोस्तों अगर आप इस लेख को आखरी तक पढे है तो आपको पैतृक संपत्ति को बेचने का सभी नियम के बारे मे जनकारी हो गया होगा। फिर भी आपके मन मे कोई सवाल है तो आप कॉमेंट बॉक्स मे कॉमेंट करके अपने सावल को पूछ सकते है, आपके सभी सवालों का जवाब दिया जाएगा। यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।
दोस्तों इस लेख को आखरी तक पढ़ने के लिए थैंक्स।
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