गुरुवार, 6 जून 2024

क्या किराएदार मकान पर कब्जा कर सकता है

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हेलो दोस्तों मेरा नाम रामप्यारे कुमार है, HinditoHelp वेबसाइट पे आपका स्वागत है। दोस्तों आजा के लेख में हम जानने वाले की क्या किराएदार मकान पर कब्जा कर सकता है या नहीं। बहुत से लोगो को पढ़ने लिखने या तो नौकरी करने के उदेश्य से अपने गाँव से शहर चले जाते है, जब बाहर जाते है तो इस स्तिथि में उनके पास अपना कोई भी घर या तो मकान नही होता है, इस प्रस्तिथि में रहने के लिए आधिकतर लोग किराये पे रहने के लिए मकान को ढूढ़ते है और शहर में जिन भी लोगो के पास अपना खुद मकान होता है, शहर के लोग अपने कमाई का उद्देश्य के लिए गाँव से शहर में आए हुए लोगो को अपना मकान किराये पर दे देते है, किराये पे मकान लेने वाले व्यक्ति को निश्चित महीने का भाड़े के तौर पैसे देना होता है।

किराएदार के मकान खाली नहीं करने पर क्या करें


दोस्तों समस्या तब उत्पन होती है, जब कोई किरायेदार लंबे समय तक किराये कि मकान में रहता है, और वह किरायेदार अपने आप को उस मकान का मालिक समझने लगता है, और कई बार वह किरायेदार मकान का किराया भी नही देता है, इस प्रस्तिथि में मकान मालिक चिंतित हो कर उस किरायेदार को मकान खाली करने का दावा करते है, तब उस मकान को खाली करवाने में बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

इस प्रकार के कई हादसे हो चुके है, जिसके वजह से मकान मालिक बहुत ही चिंतित रहते है, इसलिए बहुत से लोग यह जानना चाहता है कि क्या किरायेदार मकान पर कब्जा कर सकता है, और यह सोच-सोच कर मकान मालिक बहुत ही उदास रहते है, इस स्तिथि में मकान मालिक यह सोचते है कि हम किरायेदार से अपना मकान कैसे खाली करवाए।

इस लेख मे आपको इन सभी सावलों का जवाब मिलेगा। 


मकान मालिक के अधिकार
किराएदार के मकान खाली नहीं करने पर क्या करें
क्या किराएदार मकान पर कब्जा कर सकता है?
किराएदार और मकान मालिक

क्या किरायेदार मकान पे कब्जा कर सकते है?


अगर कोई भी मकान मलिक किसी अन्य व्यक्ति को अपना मकान किराये के तौर पर लंबे समय तक के लिए दे रहे है, तो आप निश्चिन्त रहे, क्योंकि चाहे वो अपना मकान हो या तो आपका दुकान हो या कोई अन्य प्रॉपर्टी हो, उस प्रॉपर्टी का मालिक किरायेदार कभी भी नही बन सकता है।

भारतीय संविधान में ऐसा कोई भी कानून को नही बनाया गया है, जिसके द्वारा कोई भी किरायेदार किसी भी किराये का प्रॉपर्टी पर वह कब्जा कर सके, चाहे वह किरायेदार किसी भी किराये के प्रॉपर्टी में कितने भी वर्षो से क्यों न रह रहा हो, अगर वह किरायेदार ऐसा करता है, तो यह एक प्रकार का क़ानूनी अपराध है जिससे उस किरायेदार पर क़ानूनी करवाई की जा सकती है।


किराये पर मकान देते समय क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए?


किसी भी व्यक्ति को अपना मकान को किराये पर देने से पहले कुछ सावधानी बरतनी चाहिए।इन सभी बातो को ध्यान में रखते हुए, इन सभी विवादों से आप बच सकते है, अर्थात कई बार मकान किराये पर देना मकान मालिक को बहुत ही महगा पड़ जाता है, और कई बार उन्हें अपना मकान को भी गवाना पड़ता जाता है। .

इस प्रकार के बहुत सारे केश कोर्ट में अभी चल रहा है, और कोर्ट ने इसका फ़ैसला किया है कि किरायेदार कितना भी समय तक किसी भी किराये के मकान में रहता हो, लेकिन किरायेदार उस मकान का मालिक कभी भी नही हो सकता है, वह मकान जिस मकान मालिक का है, उसका ही रहेगा, लेकिन वह मकान किराये पर ही रहेगा, और उस मकान में वही किरायेदार ही रहेगा।

एसे में अगर वह किरायेदार किराये वाले मकान पर अपना हक जताता है, तो इस पारिस्थिति में मालिक को अपनी प्रॉपर्टी पर अपने आप को मालिक साबित करने के लिए काफी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।

किराएदार से मकान कैसे खाली कराये जिससे किराएदार प्रॉपर्टी पर कब्जा न कर सके?


किसी भी किरायेदार को अपना मकान या तो दुकान को किराये पर देने से पहले आप 11 महीने का रेंट एग्रीमेंट जरूर करवा ले क्योकि 11 महीने का एग्रीमेंट को कच्चा एग्रीमेंट समझा जाता है, यदि कोई भी किरायेदार मकान खाली करने से मना करता है, तो आप कोर्ट में 11 महीने वाला रेंट एग्रीमेंट को दिखाकर यह संगीत कर सकते है, कि आपका माकन कुछ ही समय के लिए किराये पर दिए गये थे।
रेंट ऐग्रीमेंट में आपको सरकार को किसी भी प्रकार का टैक्स नही देना पड़ता है, कोर्ट को 11 महीने का रेंट एग्रीमेंट दिखने के बाद किरायेदार को किसी भी प्रकार के स्टे नही मिला सकता है।

किराएदार आपका मकान खाली नहीं कर रहा है तो क्या करें?


अगर किराएदार आपका मकान को खाली न कर रहा तो मकिल को निम्न सभी स्टेप्स को फॉलो करना चाहिए।
पुलिस को बुलाएं
अगर मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद भी किरायेदार आपका मकान को खाली नहीं कर रहा है, , तो आप पुलिस को बुलाए और मकान खाली करने के लिए किरायेदार को मजबूर करे, ये सभी लीगल प्रक्रिया है, जिसको फॉलो करके आप अपना मकान को खाली करवा सकते है।

किरायेदार को लीगल नोटिस भेजें
सबसे पहले अपनी मकान के सम्बन्ध में मकान मालिक को अपने किरायेदार के पास एक लीगल नोटिस को भेजना चाहिए, नोटिस में किरायेदार को मकान खाली करने से सम्बंधित समय सीमा और किरायेदार का नाम, पता, मकान का पता, ये सभी शामिल होना बहुत ही ज़रूरी है।

मजिस्ट्रेट के पास जाएं 


अगर आपके नोटिस देने के बाद भी किरायेदारआपका मकान को खाली नहीं करता है, तो अपने नजदीकी मजिस्ट्रेट के पास जाए और मकान खाली करने के सन्दर्भ में शिकायत दर्ज करवाये, इसके बाद सिविल कोर्ट के द्वारा आपका मकान खाली करने का आदेश दे दिया जा सकता है।

माकन किराये पर देने से पहले कुछ अन्य तथ्यों पर ध्यान दे


  • किसी भी किरायेदार की अपना मकान किराये पर देने से पहले उस व्यक्ति का पुलिस वेरिफ़िकेशन जरुर करवाएं, सभी मकान मालिकों के लिए यह बहुत ही जरूरी होता है कि वे किराएदार का सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज को अपने पास रखे।
  • यदि आपके पास अपने मकान का पूरे दस्तावेज नहीं है, तो आपको ऐसे प्रॉपर्टी को किसी भी अन्य किरायेदार को किराए पर नहीं देनी चाहिए।
  • किसी भी किरायेदार को अपना मकान, फ्लैट अथवा अपार्टमेंट को भाड़े पर देने से पहले आपको उस व्यक्ति का बैकग्राउंड के बारे में पूरी जानकारी ज़रूर प्राप्त कर लेनी चाहिए।
  • किसी भी किरायेदार को अपना मकान किराये पर देने से पहले उस व्यक्ति के साथ रेंट एग्रीमेंट ज़रूर करवा ले, और हर साल अपना रेंट एग्रीमेंट को रिन्यू करवाते रहना चाहिए।
  • इस बात को आपको हमेशा ध्यान में रखे कि जैसे ही आप का रेंट एग्रीमेंट एक्सपायर हो जाता है, वैसे ही नया रेंट एग्रीमेंट किराएदार के साथ बनवा ले।


FAQs

माकन का 11 महीने का ही रेंट एग्रीमेंट क्यों होता है?

किसी भी मकान को किराए पर किरायेदार को देने के लिए एग्रीमेंट 11 महीने का इसलिए होता है, क्योकि 11 महीने का एग्रीमेंट को कच्चा ऐग्रीमेंट समझा जाता है।

किरायेदार मकान मालिक कब बन सकता है? 

दोस्तों कुछ परिस्थिति मे किरायेदार चाहे तो मकान पर अपना अधिकार बता सकता है, दरअसल ट्रांसफर ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट के तहत, अगर कोई भी किरायेदार किसी प्रॉपर्टी पर 12 साल या उससे अधिक  समय से कब्जा मे है या वह संपत्ति किरायेदार के कब्जे में है, तो किरायेदार उस प्रॉपर्टी को बेचने का अधिकारी रखता है।

रेंट एग्रीमेंट कितने दिनों का होता है?

किसी भी किरायेदर को मकान किराये पर देने के लिए उस मकान का 11 महीने का रेंट एग्रीमेंट बनाया जाता है, क्योकि 11 महीने का रेंट एग्रीमेंट कच्चा ऐग्रीमेंट होता है।

माकन किराये पर देने के लिए रेंट एग्रीमेंट का फायदा होता है?

किसी किरायेदार को मकान किराये पर देने के लिए रेट एग्रीमेंट का बहुत ही ज़ायद फायदा है, जैसे की वह किरायेदार अपने प्रॉपर्टी पर किसी भी प्रकार का दावा नही कर सकता है।

किरायेदार कितने वर्ष बाद किराये का संपत्ति का मालिक बन सकता है?

यदि कोई भी किरायेदार किसी एक संपत्ति पर लगातार 12 वर्षो तक किराए पे रहता है, तो वह मकान मालिक बनने के लिए दावा कर सकता है, लेकिन मालिक नही बन सकता है, क्योंकि इसके लिए कई प्रकार के कानूनी प्रक्रिया है, जो की मालिकाना हक को प्रदान नही कर सकता है।

Conclusion

दोस्तों आज के लेख मे हमने आपको बतया क्या किराएदार मकान पर कब्जा कर सकता है या नहीं अगर आप इस लेख को आखरी तक पढे हो तो आपको पता चल गया होगा की क्या किराएदार मकान पर कब्जा कर सकता है या नहीं, फिर भी आपके मन मे कोई सवाल है तो आप कॉमेंट बॉक्स मे कॉमेंट  करके पूछ सकते है। आपके सभी सावलों का जवाब दिया जाएगा। यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जाऊरु करे। 

दोस्तों इस लेख को अकखारी तक पढ़ने के लिए थैंक्स।   

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