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हैलो दोस्तों मेरा नाम रामप्यारे कुमार है, HinditoHelp पे आपका स्वागत है। आज के इस लेख मे हम आपको बातने वाले है की जमीन महिला के नाम रजिस्ट्री कैसे करवा सकते है, जमीन रजिस्ट्री एक प्रकार से क़ानूनी प्रक्रिया है, जमीन रजिस्ट्री मे सरकरी कर्मचारियों के साथ-साथ उन व्यक्ति को भी शामिल होना होता है, जो अपने जमीन को खरीद या बिकारी करते है। जमीन रजिस्ट्री करवाते समय विभिन्न प्रकार की दस्तावेज एवं गवाह की जरुरत पड़ती है। दस्तावेज एवं सही गवाह के बदौलत ही जमीन का रजिस्ट्री हो पता है।
हालांकि, जमीन जमीन महिला के नाम रजिस्ट्री के विषय में ज्यादतर लोगो को जानकारी नही होता है। इसलिए, इस लेख में रजिस्ट्री सम्बंधित दस्तावेज, गवाह एवं कौन- कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए, उसका पुर जानकारी उपलब्ध कर रहे है, यदि आप किसी भी प्रॉपर्टी यानि खेत, प्लॉट, मकान आदि का महिला के नाम रजिस्ट्री कराने के बारे में सोच रहे है, तो आप निचे दिए गए सभी जानकारी आपके पास उपलब्ध होने चाहिए, क्योंकि, जमीन महिला के नाम रजिस्ट्री कैसे कराए की प्रक्रिया में दोखाधड़ी होने को संभवन बहुत ही अधिक होता है।
जमीन महिला के नाम रजिस्ट्री करने के नियम
दोस्तों किसी भी जमीन को महिला के नाम रजिस्ट्री करना एक क़ानूनी प्रक्रिया के मुताबिक ही किया जाता है। अतः आप इसके लिए निचे दिए नियम को फॉलो करे। यदि कोई व्यक्ति जमीन रजिस्ट्री के इस नियम को फॉलो नही करता है, तो उसका जमीन रजिस्ट्री नही होगा।
- प्रॉपर्टी को महिला के नाम रजिस्ट्री के लिए जमीन को प्रमाणित करने वाला नक्शा होना जरूरी है।
- जमीन को बेचते समय बेचने वाले व्यक्ति को अपने हाथ के सभी उँगलियों के निशान देना होता है।
- जामनी बेचने वाले के पास जमीन के दस्तावेज पर जमीन बेचने वाले व्यक्ति का नाम, पिता का नाम, चौहदी, उसका स्थाई पता होना चाहिए।
- पावर ऑफ़ अटॉर्नी के सन्दर्भ में लेटर के साथ आवासीय प्रमाण पत्र भी लगाना जरूरी है।
- किसी भी जमीन को रजिस्ट्री करने के लिए दोनों पक्षों के पास दो-दो गवाह होना जरूरी है।
Note: जमीन रजिस्ट्री के नियम अलग- अलग राज्य के अनुसार अलग नियम भी हो सकते है, अर्थात, दुसरें राज्य में जमीन रजिस्ट्री के लिए दुसरें नियम भी हो सकते है।
जमीन रजिस्ट्री से पहले निम्न जानकारी चेक करे
जमीन खरदने वाले व्यक्ति उस प्रॉपर्टी के सन्दर्भ में आवश्यक जानकारी प्राप्त होता है तो, शायद उन्हें फर्जीवाड़े समस्या से भी जूझना पड़ सकता है, क्योंकि यह भी देखा गया है कि जमीन खरीदने के बाद विभिन्न प्रकार के समस्या उत्पन्न हो जाते है, इसलिए, येसे फर्जीवाड़े से बचने के लिए निम्न तथ्यों की जाँच जरूर करे।
- जिस भी जमीन को बेचा जा रहा है, उस जमीन के सन्दर्भ में मालिकाना हक जरूर पता करे, अर्थात, जो जमीन को आप खरीद रहे ही ओ किसके नाम पे है.
- अगर जमीन के मालिकाना हक किसी दुसरें व्यक्ति के पास है, तो आप उनसे पावर ऑफ अटॉर्नी लैटर मांग सकते हो।
- अगर जमीन खेती के लिए है, तो जमीन का सर्वे नंबर, खाता नंबर या अन्य जानकारी को भूमि पोर्टल पर दर्ज कर उपयोगी जानकारी को निकाल सकते है ओर पता कर सकते है की उस व्यक्ति के नाम पर है, या उसके हिस्से में है।
- माकन या घर बनाने हेतु जमीन लेना चाहते है, तो पहले आप चेक करे कि सरकार से मान्यता इस जमीन पर है या नही।
- आप जिस जमीन को लेना चहते है उस जमीन का लोकेशन पर स्वयं जाकर उस लोकेशन का जाँच कर सकते है, जो जमीन बेचीं जानी है, क्या वह वही जमीन है।
- इन सब के अलावे आप, उस जमीन का भाव मार्केट मे अवश्य पता करे, यदि अधिक कीमत पर बेच रह है, तो बात करे और यदि कम कीमत पे बेच रहे है, तो उसके पीछे का कारण जरूर पता करे।
जमीन का रजिस्ट्री कैसे करवाए?
किसी भी जमीन को रजिस्ट्री करने के लिए एक निश्चित प्रक्रिया के अनुसार ही संपन्न होता है, इस प्रक्रिया में विभिन्न प्रकार के कागजात, प्रमाण पत्र, गवाह आदि भी शामिल होते है, इसलिए, निचे जमीन की रजिस्ट्री के सभी प्रक्रिया के बारे बताया गया है, जिसे फॉलो करना सभी के लिए अनिवार्य है।
जमीन रजिस्ट्री हेतु आवश्यक दस्तावेज
जमीन रजिस्ट्री कराने वाले अधिकारी दोनों पक्षों से दस्तावेज एवं पहचान पत्र को माँगता है, इसलिए, निचे दिए गए सभी दस्तावेज को अपने पास जरूर से जरूर रखे, उसके बाद ही जमीन रजिस्ट्री कराने जाए।
- पहचान पत्र: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड, आदि.
- जमीन का दस्तावेज : खसरा B1 की नकल
- जनरल पावर ऑफ़ अटार्नी: अगर जमीन मालिक उपस्थित न हो, तो पावर ऑफ़ अटार्नी लेटर को दिखाए.
- प्रॉपर्टी टैक्स से जुड़ी लेटेस्ट रसीद : जमीन चालान
- बैंक चेक्बुक : स्टाम्प पेपर में इसका विवरण दिया जाता है।
- गवाह का पहचान पत्र : वोटर आईडी, आधार कार्ड, आदि
जमीन रजिस्ट्री के लिए स्टैम्प ड्यूटी का पेपर बनवायें
स्टैम्प ड्यूटी पेपर बनवाने के लिए आप रजिस्ट्री ऑफिस में जाए और किसी भी वकील और रजिस्ट्रार से मिलकर स्टैम्प ड्यूटी पेपर बनवाने के सन्दर्भ में बात करे।
Note: स्टैम्प ड्यूटी पेपर बनवाने से पहले स्टैम्प ड्यूटी फ़ीस के बारे में बात अवश्य करे ले। अन्यथा बाद में वे अधिक पैसे भी मांग सकते है।
वकील आपके जरुरत के अनुसार रजिस्ट्री पेपर को बनाने के लिए दोनों पक्षों से कुछ जरुरी दस्तावेज का मांग करेगा। उस जानकारी एवं दस्तावेज को उन्हें देना होगा। कुछ समय बाद वकील द्वारा रजिस्ट्री पेपर तैयार कर दिया जाएगा ओर आपको दे दिया जाएगा।
जमीन रजिस्ट्रार कार्यालय में पेश हो
जमीन रजिस्ट्री कार्याल मे जाने से पहले आप अपने पेपर जरूर बनवा ले रजिस्ट्री पेपर बनवाने के बाद ही रजिस्ट्रार के कार्यालय में पेश हो ओर सभी दस्तावेज को पेश करे। इस दौरान आपको एक टोकन नंबर दिया जाएगा, जिसमे आपका एक नंबर होगा कि, ये नंबर आपको ये बतात है की आपका जमीन का रजिस्ट्री कितने लोगों के बढ़ होगा।
बारी-बारी से नंबर के अनुसार सबको बुलाया जाएगा। सब रजिस्ट्रार द्वारा जमीन बेचने या खरीदने से सम्बंधित कुछ सवाल भी पूछे जायेंगे। जैसे क्या आप जमीन को अपने मर्जी से बेच रहे है, क्या आप जमीन को खरीद रहे है, क्या आपको अपने जमीन का पुर पैसा मिला है? ये सभी जानकारी बताने के बाद दोनों व्यक्ति से हस्ताक्षर करा कर जमीन का रजिस्ट्री कर दी जाता है।
Note: जमीन रजिस्ट्री होने के बाद आप दाखिल खारिज के लिए जरूर अप्लाई करें, क्योंकि दाखिल खारिज होने के बाद ही वह जमीन पूरी तहर से आपका होता है, इसके अलावे, पंजी 2 एवं भूलेख रिकॉर्ड में अपना नाम ध्यानपूर्वक बदलवा ले।
FAQs
Q. जमीन रजिस्ट्री में कितना पैसा लगता है?
जमीन रजिस्ट्री का फ़ीस सर्किल रेट पे निर्भर करता है, गाँव के जमीन रजिस्ट्री पर 4% से 5% तथा शहर में 6% से 7% पैसा लगता है, जैसे जमीन का कीमत 60 हजार रूपये है, तो रजिस्ट्री शुल्क 4 से 6 हजार रुपया लग सकता है।
Q. जमीन रजिस्ट्री होने के कितने दिन बाद दाखिल खारिज होता है?
जमीन के रजिस्ट्री के बढ़ तुरंत दाखिल खारिज हो जाता है, इसलिए, खरीदार को जमीन का दाखिल खारिज तुरंत करवा लेना चाहिए
Q. जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए क्या- क्या करना पड़ता है?
जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए सबसे पहले सभी आवश्यक दस्तावेज अपने पास जरूर रखे, अब आप दो गवाह को तैयार करे, ओर स्टैम्प ड्यूटी पेपर बनवाए और रजिस्ट्री कराए। जमीन को रजिस्ट्री करवाने के लिए जमीन खरीददार और विक्रेता को आपसी सहमति से बैनामा तैयार करवाना होता है, इसके बाद बैनामा के आधार पर ही ऑनलाइन जमीन का रजिस्ट्रेशन होता है, जिस जमीन का रजिस्ट्री किया जा रह है, उसके दस्तावेज और क्रेता-विक्रेता के फोटो आदि भी ऑनलाइन सबमिट करना होता है, उसके बाद ही जमीन का रजिस्ट्रेशन नंबर मिलता है।
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Conclusion
दोस्तों इस लेख मे हमने आपको बताए की आप किस प्रकार से जमीन महिला के नाम रजिस्ट्री करवा सकते हो, अगर आप इस लेख को आखरी तक पढे हो तो आपको कोई भी परेशनी नहीं होगा जमीन को महिला के नाम रजिस्ट्री करवाने मे, फिर भी अगर आपके मन मे कोई सवाल है तो आप कॉममनेट बॉक्स मे कॉममनेट करके अपने सवाल को पूछ सकते है आपके सभी सवालों का जवाब दिया जाएगा। अगर आपको ये लेख अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।
इस लेख को आखरी तक पढ़ने के लिए थैंक्स।
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