मंगलवार, 10 सितंबर 2024

मुसलमानों में सुअर क्यू नही खाते हैं

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हेलो फ्रेंड्स तो आज हम इस आर्टिकल मैं बात करने वाले है की मुस्लमान मैं सुअर कियू नही खाते है। अक्सर लोग देखे की लोग अक्सर सर्च कर रहे है की मुसलमान भाई सुअर क्यू नहीं खाते है।तो आज की इस आर्टिकल मैं हम बात करने वाले है मुसलमान भाई लोग सुअर क्यू नही खाते है।आज हम आपको बहुत अच्छी तरह से जानकारी देने वाले है।


मुसलमानों में सुअर क्यू नही खाते हैं


मुसलमानों में सुअर क्यू नही खाते हैं

दोस्तो आपको बता देते हे की  दुनिया में लगभग दो अरब मुस्लिम रहते हैं। वहीं, मुस्लिम धर्म जो आज से लगभग 14 साल पहले अस्तित्व में आया था, लेकिन क्या आपको मालूम है जिस मुस्लिम समुदाय के लोग मुर्गा बकरा तो भेसा काफी मात्र में इस्तमाल करते हैं तो सूअर का मांस नहीं खाते हैं। कहा जाता है कि सूअर का मांस मुस्लिम धर्म मे नही माना जाता है। कोई मुसलमान सूअर का मांस नहीं खा सकता। लेकिन ऐसा क्यों आपको जानकर हैरानी होगी कि पूरी दुनिया में हर साल लगभग दो अरब सूअरों को मौत के घाट उतार दिया जाता है और वजह होती है इसका क्योंकि दुनिया भर को सूअर का मांस  अधिक हे इसलिए उनका कहना है कि सूअर का मांस सबसे लजीज होता है और हमारे भारत में ऐसी कौन सी जगह है 



जहां पर सूअर का मांस खाया जाता है, लेकिन इसके बावजूद भी मुस्लिम समुदाय के लोग किस जानवर के मां से अपने आप को दूर रखते हैं, लेकिन सवाल यही है कि आखिर क्यों इसके पीछे की वजह क्या है। आखिर कुरान में सूअर का मांस खाने से मना क्यों किया जाता है। आज इस पोस्ट में हम आपको इसी सवाल के जवाब को बारीकी से बताएंगे तो  हमारा मकसद किसी के भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। हमारा सिर्फ और सिर्फ जानकारियों को आप तक पहुंचाना है और इस पोस्ट में बताए गए सभी तथ्य इंटरनेट पर मौजूद विभिन्न वेबसाइट से लिए गए हैं तो सबसे पहले हम आपको बता दें। 


कुरान जिसे मुस्लिम धर्म का सबसे पवित्र पुस्तक कहा जाता है जिसके अंदर में सभी बातें लिखी गई है जो एक सच्चे मुसलमान को फॉलो करनी चाहिए। कुरान की कई ऐसी आयत है जिसके अंदर।  इसके बात का जिक्र किया गया है की मुसलमानों को ऐसे किसी भी जानवर का मांस नहीं खाना है, जिसका हलाल ना किया गया हो। हलाल एक साथ प्रक्रिया होती है जिसे किसी भी जानवर के मांस को काटने से पहले किया जाता है 


इसके साथ ही कुरान शरीफ में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि मरे हुए जानवरों का मांस खाना हराम है। यानी कि ऐसा जानवर जो किसी वजह से मर गया हूं जैसे क्या क्या बीमारी की वजह से मरने वाले जानवरों का मांस खाने से इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों को मना किया गया है। वहीं कुरान के गायक में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि सूअर हराम है और सूअर का मांस मुसलमानों को नहीं खाना चाहिए और साथ ही किसी भी ऐसे जानवर का मांस नहीं खाना चाहिए जिसका अल्लाह से संबंध नहीं है!! 

दोस्तो आपको बता दे। कुरान के अंदर सिर्फ और सिर्फ सूअर के मांस को न खाने की हिदायत दी गई है। लेकिन अगर कोई फिर भी चाहता तो खा सकता है। कुरान के अनुसार सूअर को पृथ्वी पर सिर्फ और सिर्फ पृथ्वी की साफ सफाई के लिए भेजा गया है ना केवल खाने के लिए !!


मुसलमानों में सुअर क्यू नही खाते हैं किस कारण है!!


मुसलमानों में सुअर क्यू नही खाते हैं किस कारण है!!

तो शायद आपको मालूम नहीं हो लेकिन ईसाइयों का पवित्र ग्रंथ बाइबिल में भी इस बात का जिक्र किया गया है। ईसाइयों को सूअर का मांस नहीं खाना चाहिए या नहीं। मुसलमान और ईसाई दोनों के एसे धर्म है के मांस को खाने पर पाबंदी लगाई गई है। लेकिन दोनों ही धर्म के ग्रंथों में इस बात का ठीक तरह से जिक्र भी किया गया किया गया है।


अपना तो पुराने और नए को बताया कि हमने आपके लिए पीछे का कारण ढूंढ निकाला है और यह सूअर का चाल चलन और सूअर का रहने और जिंदगी जीने का ढंग तो दोस्तो और प्रकृति द्वारा बनाया गया एक ऐसा जानवर है जो कुछ भी मिलने पर उसे खा लेता है। फिर चाहे वह पेड़ पौधे हो या फिर मरे हुए जानवरों का सड़ा हुआ हो या फिर किसी जानवर इंसान का हो। किसी भी चीज पर कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह हर एक चीज का सेवन कर लेता है।



आज के बाद तुम्हें जिंदगी में तो देशों में मरे का मांस खाया जाता है वहां के लोग सूअर को। लेकिन फिर भी वे सभी सूअर एक दूसरे का ही मर जाते हैं क्योंकि उनकी फितरत में होती है। भारत में अभी भी कई गांव ऐसे हैं जहां लोगों के लिए आधुनिक शौचालय नहीं है ना कि लोग किसी कारणवश खुले में शौच करते हैं और सूचना मिलने पर सूअर उसका भी सेवन कर डालता है। 


सुअर कितना चीज खाते है!!


अब आप समझ गए होंगे कि सूअर के शरीर के अंदर कितना गंद पाया जाता है जानवर को  मल जैसी चीजों को खा सकता है, उसके शरीर का मांस कितना गंदा होता होगा। अब आते हैं दूसरे कारण की तरफ तो शायद आपको मालूम नहीं हो लेकर पूरी दुनिया का इकलौता ऐसा जानवर है जिसके शरीर में पसीना निकलने वाली ग्रंथि नहीं होती। यानी कि जब हम इंसानों को गर्मी लगती है



तो हमारी शरीर से पसीना निकलता है और उस पसीने के साथ-साथ हमारे शरीर में मौजूद कुछ बेकार की चीजें भी बाहर आ जाती है। लेकिन शरीर की बनावट ऐसी होती है उस के माध्यम से बाहर नहीं निकल पाती। मी प्राइस! हीरो जैकी सूअर के शरीर का आउटर लेयर बहुत मोटा होता है 


सुअर के अंदर कितना कोन से कीटाणु पाए जाते हैं!!


सुअर के अंदर कितना कोन से कीटाणु पाए जाते हैं!!


सुअर और उसके चमड़ी के  अंदर रहते थे उसके अंदर। कीटाणु पाए जाते हैं जो सूअर का मांस पूरी तरह से सूख जाने के बाद भी नहीं मरता की  उसकी वजह की सूअर के पद पर अलग-अलग तरह की बीमारियों का जन्म होता है। क्या ताकि इंसानों के शरीर में इसका मांस खाने से कीड़े भी हो सकते हैं। बड़े बेहद खतरनाक होते हैं जिनमें सबसे खतरनाक होता है। टेपवर्न बहुत लंबा कीड़ा होता है जो इंसान की आंखों में होता है और उसके अंदर खून में जाकर शरीर के लगभग सभी अंगों में पहुंच जाते हैं।


जो की कभी-कभी खतरनाक कीड़ा इंसान के दिमाग में भी चला जाता है और यह कीड़ा दिमाग में चला गया तो इंसान की याददाश्त चली जाती है। अगले कीड़ा दिल में चला जाए तो इंसान के दिल की धड़कन की गति गड़बड़ होने लगती है और अगर यह कीड़ा आंखो  को चला जाए तो इंसान के देखने की क्षमता कम हो जाती है। लेकिन शरीर के किसी भी अंग में चाहता है। वह अंग में बहुत सारी समस्याएं पैदा हो जाती है। 


उसका लंबाई कितना होता हैं!!


तो मित्रो आपको जानकर हैरानी होगी कई बार। इसकी की लंबाई कई मीटर तक लंबी हो जाती है। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सूअर के मांस खाने से आपको कितनी ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ सकती है। फिर चाहे आप सूअर का मांस कच्चा खाएं या पका कर खाएं और सुअर के शरीर के अंदर उसके मांस में जो खतरनाक कीड़े होते हैं, वहपकाने पर नष्ट नहीं होते।


दुनिया भर के वैज्ञानिक तो इस बात को साबित भी कर चुके हैं कि सूअर का मांस इंसानों के खाने लायक होता ही नहीं है। सूअर का मांस खाने वाले लोगों को कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की भी प्रॉब्लम हो सकती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि 50% से ज्यादा अमेरिकन हाइपरटेंशन और डिप्रेशन के शिकार है। इसका बड़ा कारण उनका खानपान है। इसमें सूअर का मांस सबसे बड़ी भूमिका निभाता है।



दुनिया के ऐसे बहुत से लोग हैं जो इस बात का तर्क देते हैं कि अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में सूअर का पालन पोषण बेहद तरीके से होता है और यह बात बिल्कुल सही है क्योंकि अमेरिका यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के देशों में मांस वाले जानवरों को बहुत।  साफ शुत्तरा पर डाला जाता है लेकिन आम इंसान चाहे कितनी भी कोशिश कर ले।


एक सूअर के स्वभाव को कभी भी बदल नहीं सकते। प्रकृति ने सूअर को बनाया ही इस तरीके से है। क्यों प्रकृति में पाए जाने वाले हर बुरी चीजों को खा सके के और की साफ सुथरी जगह पर पलने के बावजूद भी अपनी तरह के जानवरों के मल को खा जाते हैं। अब आप इस तथ्य को पवित्र कुरान से जोड़कर देखते हैं


   मुस्लिम का पवित्र पुस्तक कुरान!!


शायद यही वजह है कि मुस्लिम का पवित्र पुस्तक कुरान में सूअर के मांस को बैन किया गया है। बहुत से जानकारों का कहना है कि सूअर बहुत ही अधिक पानी पीता है। एक मादा सूअर से 40 लीटर तक पानी पी जाती है। इस्लाम धर्म के जिस जगह पर शुरुआत हुई है, वही करेगी तानी इलाका था जहां पर पानी की बेहद कमी होती थी। चाय पीने की पानी की कमी के कारण इस्लाम धर्म के शुरुआती लोग सूअर को पालने पर पाबंदी लगा कर रखे थे और वह परंपरा आज भी जारी है।


2020 में कितने सुअर मारे गए थे!!


दोस्तो जाने से पहले आपको बता दे पूरी दुनिया में हर साल लगभग। 2 अरब से ज्यादा सूअरों को सिर्फ इसलिए मार दिया जाता है ताकि दुनिया भर के लोग उसके मास्को खा सके। शायद आपको यकीन ना हो लेकिन भारत में साल 2019 के दौरान 270 हजार मैट्रिक टन सूअर की खपत हो गई थी। केवल इतना ही है जितना 3000 से ज्यादा बोईंग 737 हवाई जहाज का होता है। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतना कुछ होने के बावजूद भी सूअर के मांस का कदर दुनिया के ऊपर छाया हुआ है। ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों में तो बाकायदा सूअर के बच्चे पैदा करे जाते हैं। 



सुअर का तेल से किस चीज का फ़ायदा होता है!!


सुअर के बच्चों को जरूरत से ज्यादा कराने के लिए तरह-तरह की दवाइयां तैयार किया जाता है जहां पर भरी भरकम हजारों लाखों की तादाद में सूअर के बच्चे पैदा होते हैं। बड़े होते हैं और फिर इन्हें दुनिया भर के लोगों की थाली तक पहुंचाया जाता है। दोस्तो अपने धर्म से जुड़े होने की वजह से कई ऐसे मुस्लिम देश है जहां पर सूअर के मांस को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। हाल ही में अरब देश बहरीन में और के मांस की बिक्री और। पर प्रतिबंध की मांग को लेकर काफी बहस हुई। वर्तमान में कुवैत और सऊदी अरब को छोड़कर कई मुस्लिम देशों से जौनपुर की यानी सूअर के मांस की बिक्री पर कोई रोक नहीं है।  



सबसे ज्यादा इस्तमाल करने वाले शहर!!


रात के सबसे लोकप्रिय शहर दुबई में भी शराब की तरह गैर मुसलमानों के लिए सूअर का मांस खाने पर कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है। सुपरमार्केट मॉल में जहांपुर बिकता है। बोल लगाना पड़ता है कि और मुसलमानों के लिए ही है लेकिन  यह बात हे की खरीदने वालों की पहचान भी नहीं जाती है  तो मिस करते हैं। जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। वैसे देखा जाए तो दुनिया में किसी भी जानवर के मांस को नहीं खाना चाहिए। वैसे आपकी नजर में सूअर का मांस खाना चाहिए लेकिन दोस्तो कभी अगर आपको कभी किसी का मांस नही खाना चाहिए क्योंकि आपको अगर मांस खाते है तो आपको आगे चलकर बहुत बड़ा केठनाई देखना पड़ेगा कियू की मानो तो धर्म किसी का मिट नही खाना चाहिए तब आपको कोई तरह के सामना नही करना है तो आपको कभी सुअर का मिट खाते है तो आप अपना आदत छोड़ दे!!!!!!




दोस्तो आपको आज की इस आर्टिकल मैं हमने बात किए है की मुसलमान भाई सुअर कियू नही खाते है। कब से नही खा रहा है ।आपको पूरी जानकारी दे दिया है लेकिन आपको बता दे की ये सब गलत है ।अगर आपको किसी चीज की ओर जानकारी लेने चायते तो आप मुझे कॉमेंट बॉक्स मैं पूछ सकते हैं

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